Monday, 9 September 2019

प्यार का अहसास

                                         
                                                     


 

                                                            प्यार का अहसास

दूर हो फिर भी लगते हो , जैसे हो मेरे आसपास,
श्रृंगार खुद शर्मा जाता हैं आईना देखकर,
तुम निहार रहे हो जब होता हैं ये अहसास।।
रुलाते भी हो और हँसाते भी हो,
ना होते हुये भी कैसे दिल मे इतनी हलचल मचाते हो।।
खुद से बातें करती हूं, खुली आँखों से देखती हूं ख्वाब,
सवाल मेरा लेकिन तुरंत मिल जाता हैं आपका जवाब।।
यकीन नही होता समाये हो मुझमे इस कदर,
लेकिन हरकतों से मेरे लगता है कि आप हो बिल्कुल मेरे पास।।
होंठो का रंग, गालो की लाली, गहरी गरम साँस, और झूमते कानो की बाली,
सबमे होता है बस आपका ही अहसास,
क्या सच मे फरिश्ता ?  तुम दूर होते हुए भी हो मेरे इतने पास????
या है ये सिर्फ और सिर्फ मेरे प्यार का अहसास।।

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